Tuesday, October 27, 2015

  1. kuchh prash aur unke uttar 
  2. गंभीर सिंहOctober 26, 2015 at 7:43 AM
    आजकल लोग व्यंग्य को भी व्यंग्य के रुप में लेते हैं। उसकी गंभीरता को नहीं समझते। क्यों?
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  3. इसके पीछॆ का कारण कुछ लेखकों और संपादकों की लापरवाही और अज्ञान- है ! अच्छे व्यंग्य के लिए जरूरत होती है विसंगति की पकड़ ,भाषा और शैली पर नियंत्रण ,सरोकारों के प्रति गंभीरता और प्रहारात्मक्ता की ...इन सब के सही संतुलन से एक अच्छे व्यंग्य का जन्म होता है ..अगर ऐसा नही है और उसके स्थान पर राजनीति ,समाज या किसी व्यक्ति विशेष पर चटखारेदार टिप्पणी को व्यंग्य रचना समझ लिया जाता है तो ऐसी स्थतिया आ सकती हैं ! ( श्री गंभीर सिंह के प्रश्न के उत्तर में )

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